Saturday, August 1, 2009

Bless me' 0' Lord

Bless me '0' Lord to be,

Man with no future

and a man with no past

and bless me with little honor

when I see myself at last

गर्दिश

गर्दिश में शामिल हो गये,
हम भी ये साहिब
जनाज़ा किस का था,
खुदा जाने

कशिश

पल में बिखरता
पल में संभलता हूँ
जीने की है कशिश के
जिए जाता हूँ मैं

ज़रूरत है जिंदगी में,
एक मकसद की
ज़रूरत है एक उमीद की

दस्तक

देनी है दस्तक जो ,
दिल ए आशना पे दिजीएगा
वरना गुलिस्ताँ हमारा,
तनहा ही अच्छा है

जलाना है चराग़,
तो चराग़ ए दिल जलाइएगा
वरना इस आशियाने में,
अंधेरा ही अच्छा है

दुआ यह करते हैं

दुआ यह करते हैं की
यह दुआ किसी के काम आए
हो हमपे इतना करम
ये जिंदगी किसी के काम आए

अमन

कुछ रवायत ही बदल गयी है जिंदगी की
जो देता है दुहाई अमन की,
वो घर में हमारे बारूद भी बिछाता है

दास्तान सुन लेंगे

दास्तान सुन लेंगे आप की भी
के शाम अभी बाकी है
पहले लम्हा दो लम्हा
इस तनहाई को भी सुन ले ए दोस्त

गुप्तगू होती रहेगी
शमायें बुझने तलाक़
पहले कुछ शमायें इस फलक पे
रोशन तो कर लेने दे ए दोस्त